Monday, 9 November 2015

Top 10 Hindi Shayari Collection 2015

तेरे लिए तो हूँ मैं बस वक़्त का एक बुलबुला,
जितना जीना था जी लिया, लो अब मैं चला |
तुझे याद करता हूँ तो बढ़ जाती है तकलीफ़ें,
ऐ ज़िन्दगी तू यहीं ठहर, लो अब मैं चला |
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दस्तूर के लिखें पर टिकना, मुनासिब नहीं दोस्तों..
ये अक्सर मौके कम.. और धौके ज़्यादा देता है।
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तुम बताओ तो मुझे किस बात की सजा देते हो।
मंदिर में आरती और महफ़िल में शमां कहते हो।
मेरी किस्मत में भी क्या है लोगो जरा देख लो,
तुम या तो मुझे बुझा देते हो या फिर जला देते हो
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अब तो ख़ुशी का ग़म है न ग़म की ख़ुशी मुझे
बे-हिस बना चुकी है बहुत ज़िंदगी मुझे
वो वक़्त भी ख़ुदा न दिखाए कभी मुझे
उन की नदामतों पे हो शर्मिंदगी मुझे
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हमारा ज़िक्र भी अब जुर्म हो गया है वहाँ
दिनों की बात है महफ़िल की आबरू हम थे
ख़याल था कि ये पथराव रोक दें चल कर
जो होश आया तो देखा लहू लहू हम थे ||
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वो बेवफा हमारा इम्तेहा क्या लेगी…
मिलेगी नज़रो से नज़रे तो अपनी नज़रे ज़ुका लेगी…
उसे मेरी कबर पर दीया मत जलाने देना…
वो नादान है यारो… अपना हाथ जला लेगी.
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मैं रो के आह करूँगा जहाँ रहे न रहे
ज़मीं रहे न रहे आसमाँ रहे न रहे
रहे वो जान-ए-जहाँ ये जहाँ रहे न रहे
मकीं की ख़ैर हो या रब मकाँ रहे न रहे
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अपने घर की इज्ज़त सब को प्यारी लगती है
गैरों की बहन बेटी क्यों अबला नारी लगती है,
दुसरो की बहन बेटी को छेड़ने में बड़ा मजा आता है
खुद की बहन बेटी को कोई देखे तो मिर्ची क्यों लगती है,
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छू ले आसमान ज़मीन की तलाश ना कर,
जी ले ज़िंदगी खुशी की तलाश ना कर,
तकदीर बदल जाएगी खुद ही मेरे दोस्त,
मुस्कुराना सीख ले वजह की तलाश ना कर
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उल्फत का अक्सर यही दस्तूर होता है!
जिसे चाहो वही अपने से दूर होता है!
दिल टूटकर बिखरता है इस कदर!
जैसे कोई कांच का खिलौना चूर-चूर होता है!

Friday, 2 October 2015

कभी न रोने वाला बापू,फूट फूट कर रोया है | दिल को झकझोरनेेंं वाली विटिया की विदाई कविता ǃ


कन्यादान हुआ जब पूरा,आया समय विदाई का ।।
हँसी ख़ुशी सब काम हुआ था,सारी रस्म अदाई का । 

बेटी के उस कातर स्वर ने,बाबुल को झकझोर दिया ।।
पूछ रही थी पापा तुमने,क्या सचमुच में छोड़ दिया ।।

अपने आँगन की फुलवारी,मुझको सदा कहा तुमने ।।
मेरे रोने को पल भर भी ,बिल्कुल नहीं सहा तुमने ।। 

क्या इस आँगन के कोने में, मेरा कुछ स्थान नहीं ।।
अब मेरे रोने का पापा,तुमको बिल्कुल ध्यान नहीं ।।

देखो अन्तिम बार देहरी,लोग मुझे पुजवाते हैं ।।
आकर के पापा क्यों इनको,आप नहीं धमकाते हैं।। 

नहीं रोकते चाचा ताऊ,भैया से भी आस नहीं।।
ऐसी भी क्या निष्ठुरता है,कोई आता पास नहीं।।

बेटी की बातों को सुन के ,पिता नहीं रह सका खड़ा।।
उमड़ पड़े आँखों से आँसू,बदहवास सा दौड़ पड़ा ।। 

कातर बछिया सी वह बेटी,लिपट पिता से रोती थी ।।
जैसे यादों के अक्षर वह,अश्रु बिंदु से धोती थी ।।

माँ को लगा गोद से कोई,मानो सब कुछ छीन चला।।
फूल सभी घर की फुलवारी से कोई ज्यों बीन चला।। 

छोटा भाई भी कोने में,बैठा बैठा सुबक रहा ।।
उसको कौन करेगा चुप अब,वह कोने में दुबक रहा।।

बेटी के जाने पर घर ने,जाने क्या क्या खोया है।।
कभी न रोने वाला बापू,फूट फूट कर रोया है*

Thursday, 1 October 2015

Hindi Shayari For Love | Quote of the day.

मैैंं शिकवा करू भी तो किस से करू ,
ये अपना ही मुुकद्दर है येे अपनी ही लकीरें है।

Hindi Sad Shayari | Quote of the day.

 बिन मेरेे रह ही जाएंंगी काेई ना कोई कमी‚  
तुम जिन्दगी को जितनी मर्जी संंवारनें की  काेेशिश् कर लोǃ

Friday, 11 September 2015

नर भेेडिया | सोलंंकी जी की नवीन रचना



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Saturday, 5 September 2015

विवाह गीत (फिल्मों से) कुछ कुछ होता है / साजन जी घर आये

विवाह गीत (फिल्मों से)

कुछ कुछ होता है / साजन जी घर आये

 कब से आए हैं तेरे दूल्हे राजा
अब देर न कर जल्दी आजा

तेरे घर आया मैं आया तुझको लेने
दिल के बदले में दिल का नज़राना देने
मेरी हर धड़कन क्या बोले है सुन सुन सुन
साजन जी घर आए साजन जी घर आए
दुल्हन क्यूं शरमाए साजन जी घर आए

ऐ दिल चलेगा अब ना कोई बहाना
गोरी को होगा अब साजन के घर जाना
माथे की बिंदिया क्या बोले है सुन सुन सुन
साजन जी घर आए ...

दीवाने की चाल में फंस गई मैं इस जाल में
ऐ सखियों कैसे बोलो बोलो
मुझपे तो ऐ दिलरुबा तेरी सखियां भी फ़िदा
ये बोलेंगी क्या पूछो पूछो
जा रे जा झूठे तारीफ़ें क्यूं लूटे
तेरा मस्ताना क्या बोले है सुन सुन सुन
साजन जी घर आए ...

ना समझे नादान है ये मेरा एहसान है
चाहा जो इसको कह दो कह दो
छेड़ो मुझको जान के बदले में एहसान के
दे दिया दिल इसको कह दो कह दो
तू ये ना जाने दिल टूटे भी दीवाने
तेरा दीवाना क्या बोले है सुन सुन सुन
साजन जी घर आए ...

मेंहदी लाके गहने पाके
हाय रो के तू सबको रुला के
सवेरे चली जाएगी तू बड़ा याद आएगी
तू जाएगी तू बड़ा याद आएगी
तेरे घर आया ...

Friday, 4 September 2015

विवाह गीत (फिल्मों से) आदमी सड़क का / आज मेरे यार की शादी है

विवाह गीत (फिल्मों से) 

आदमी सड़क का / आज मेरे यार की शादी है

अमीर से होती हैं, गरीब से होती हैं
दूर से होती हैं, क़रीब से होती हैं
मगर जहाँ भी होती हैं, ऐ मेरे दोस्त
शादियाँ तो नसीब से होती हैं

आज मेरे यार की शादी है
यार की शादी है, मेरे दिलदार की शादी है
लगता है जैसे सारे संसार की शादी है
आज मेरे यार की शादी है...

वक़्त है खूबसूरत, बड़ा शुभ लगन मुहूरत
देखो क्या खूब सजी है, दुल्हे की भोली सूरत
ख़ुशी से झूमे है मन, मिला सजनी को साजन
कैसे संजोग मिले हैं, चोली से बँध गया दामन
एक मासूम कली से मेरे गुलज़ार की शादी है
आज मेरे यार की शादी है...

ओ सुन मरे दिल जानी, तेरी भी ये जवानी
शुरु अब होने लगी है, नयी तेरी जिंदगानी
ख़ुशी से क्यों इतराए, आज तू हमें नचाये
वक़्त वो आने वाला, दुल्हनिया तुझे नचाये
किसी के सपनों के सोलह-सिंगार की शादी है
आज मेरे यार की शादी है...

सारे तारे तोड़ लाऊँ, तेरे सेहरे को सजाऊँ
फूल राहों में बिछाऊँ मैं प्यार के
आज लूँगा मै बलाएं, दूँगा दिल से दुआएं
डाल गले में ये बाँहें अब यार के
एक चमन से देखो आज बहार की शादी है

आज मेरे यार की शादी है... 

‘Bigg Boss 9’: Do You Know what’s the theme for this season ?

‘Bigg Boss 9’: Know what’s the theme for this season
Salman Khan in 'Bigg Boss' season 8.

The makers of Bigg Boss have thought of a unique theme for the show’s ninth edition. Last year, the airport theme turned out to be quite an exciting one, but this year, it’s going to be ‘Navrang’.
‘Navrang’ or nine colours will symbolise the nine moods - Love, Laughter, Fury, Compassion, Disgust, Horror, Heroic, Wonder and Peace, @biggbossnewz reported.

Each of these human emotions will be depicted by nine colours.

One of the most popular TV shows in India, ‘Bigg Boss’ has been successfully completed eight seasons and is gearing up to make a splash yet again for the ninth time!

Thursday, 3 September 2015

विवाह गीत (फिल्मों से) | हम आपके हैं कौन / बाबुल जो तुमने सिखाया

विवाह गीत (फिल्मों से)

हम आपके हैं कौन / बाबुल जो तुमने सिखाया

बाबुल जो तुमने सिखाया, जो तुमसे पाया
सजन घर ले चली, सजन घर मैं चली

यादों के लेकर साये, चली घर पराये, तुम्हारी लाड़ली
कैसे भूल पाऊँगी मैं बाबा, सुनी जो तुमसे कहानियाँ
छोड़ चली आँगन में मइया, बचपन की निशानियाँ
सुन मेरी प्यारी बहना, सजाये रहना, ये बाबुल की गली
सजन घर मैं चली ...

बन गया परदेस घर जन्म का, मिली है दुनिया मुझे नयी
नाम जो पिया से मैं ने जोड़ा, नये रिश्तों से बँध गयी
मेरे ससुर जी पिता हैं, पति देवता हैं, देवर छवि कृष्ण की
सजन घर मैं चली ... 

Wednesday, 2 September 2015

विवाह गीत (फ़िल्मों से) | नीलकमल / बाबुल की दुआएं लेती जा

विवाह गीत (फ़िल्मों से)

नीलकमल / बाबुल की दुआएं लेती जा

बाबुल की दुआएं लेती जा
जा तुझको सुखी संसार मिले
मैके की कभी ना याद आए
ससुराल में इतना प्यार मिले
बाबुल की दुआएं ...

नाज़ों से तुझे पाला मैंने
कलियों की तरह फूलों की तरह
बचपन में झुलाया है तुझको
बाँहों ने मेरी झूलों की तरह
मेरे बाग़ की ऐ नाज़ुक डाली
तुझे हर पल नई बहार मिले
बाबुल की दुआएं ...

जिस घर से बँधे हैं भाग तेरे
उस घर में सदा तेरा राज रहे
होंठों पे हँसी की धूप खिले
माथे पे ख़ुशी का ताज रहे
कभी जिसकी जोत न हो फीकी
तुझे ऐसा रूप-सिंगार मिले
बाबुल की दुआएं ...

बीतें तेरे जीवन की घड़ियाँ
आराम की ठंडी छाँवों में
काँटा भी न चुभने पाए कभी
मेरी लाड़ली तेरे पाँवों में
उस द्वार से भी दुख दूर रहें
जिस द्वार से तेरा द्वार मिले
बाबुल की दुआएं ... 

Tuesday, 1 September 2015

विवाह गीत (फ़िल्मों से) | नदिया के पार / जब तक पूरे न हो फेरे सात

विवाह गीत (फ़िल्मों से)
नदिया के पार / जब तक पूरे न हो फेरे सात
जब तक पूरे न हों फेरे सात
तब तक दुल्हिन नहीं दुल्हा की
तब तक बबुनी नहीं बबुआ की

अबही तो बबुआ पहली भँवर पड़ी है
अभी तो पहुना दिल्ली दूर खड़ी है
पहली भँवर पड़ी है,दिल्ली दूर खड़ी है
करनी होगी तपस्या सारी रात
सात फेरे सात जन्मों का साथ...

जैसे जैसे भँवर पड़े मन अंगना को छोड़े
एक एक भाँवर नाता अन्जानों से जोड़े
घर अंगना को छोड़े, नाता अन्जानों से जोड़े
सुख की बदरी आंसू की बरसात
सात फेरे सात जन्मों का साथ...

सात फेरे धरो बबुआ भरो सात वचन जी
ऐसे कन्या कैसे अर्पण कर दे तन भी मन भी
उठो उठो बबुनी देखो ध्रुव तारा
ध्रुव तारे सा हो अमर सुहाग तिहारा
ओ देखो देखो ध्रुव तारा, अमर सुहाग तिहारा
सातों फेरे सातों जन्मों का साथ...

Monday, 31 August 2015

Dheere Dheere Se Lyrics Full - Yo Yo Honey Singh | Hrithik Roshan, Sonam Kapoor

Dheere Dheere - Yo Yo Honey Singh
Dheere Dheere Lyrics by Yo Yo Honey Singh: The song is sung, composed and written by Yo! Yo! Honey Singh featuring Hrithik Roshan, Sonam Kapoor. It's an alternate version of "Dheere Dheere Se" from Aashiqui, composed by Nadeem-Shravan and lyrics by Rani Malik.
Singer / Composer / Lyrics: Yo Yo Honey Singh
Video Features: Hrithik Roshan, Sonam Kapoor
Music Label: T-Series

Dheere Dheere Se Lyrics

Har pal meri aaye yadaan
Yadaan vich ae tun
Dil di gal main dassa
Te dassa fir kinnu (x2)

Teri meri, meri teri ik jind'di
Ik jind'di what do to
Jhoomun main nachun main gaaun
Ke likhun tere liye main kya karun

Dheere dheere se meri zindagi mein aana
Dheere dheere se dil ko churana (churana..)
Tumse pyaar hume hai kitna jaane jaana
Tumse mil kar tumko hai batana

Sham wahi, kaam wahi
Tere bina o sanam
Neend nahi, chain nahi
Tere bina o sanam (x2)

Teri meri, meri teri ik jind'di
Ik jind'di what do to
Jhoomu main nachu gaaun
Ke likhun main tere liye main kya karun

Dheere dheere se meri zindagi mein aana
Dheere dheere se dil ko churana (churana..)
Tumse pyaar hume hai kitna jaane jaana
Tumse milkar tumko hai batana

Yo Yo Honey Singh Rap:
Teri meri story jaise
Big Bang Theory
Main sunaun chori-chori ye sab ko
Tu mujhse door main yahan pe majboor
Shikva karun main ye Rabb ko (Rabb ko..)
Ek din tum bin beete lage saal
Mera hua bura haal
Mera hua bura haal
Haal kabhi apna mujhe to bataao na
Aur laut kar kabhi wapas mere paas aao na

Sota hoon kabhi rota hoon
Tere bina o sanam
Paa kar sab kuch khota hoon
Tere bina o sanam (x2)

Teri meri meri teri ik jind'di
Ik jind'di what do to
Jhoomu main nachun gaaun
Ke likhun main tere liye main kya karun

Dheere dheere se meri zindagi mein aana
Dheere dheere se dil ko churana (churana..)
Tumse pyaar humein hai kitna jaan-e-jaana
Tumse mil kar tumko hai batana

गद्य व्यंग्य | ग्रीटिंग कार्ड और राशन कार्ड / हरिशंकर परसाई

गद्य व्यंग्य | 
ग्रीटिंग कार्ड और राशन कार्ड / हरिशंकर परसाई 

मेरी टेबिल पर दो कार्ड पड़े हैं- इसी डाक से आया दिवाली ग्रीटिंग कार्ड और दुकान से लौटा राशन कार्ड. ग्रीटिंग कार्ड में किसी ने शुभेच्छा प्रगट की है कि मैं सुख और समृद्धि प्राप्त करूँ. अभी अपने शुभचिन्तक बने हुए हैं जो सुख दिए बिना चैन नहीं लेंगे. दिवाली पर कम से कम उन्हें याद तो आती है कि इस आदमी का सुखी होना अभी बकाया है. वे कार्ड भेज देते हैं कि हम तो सुखी हैं ही, अगर तुम भी हो जाओ, तो हमें फिलहाल कोई एतराज़ नहीं.

मेरा राशन कार्ड मेरे सुख की कामना कर रहा है. मगर राशन कार्ड बताता है कि इस हफ़्ते से गेहूँ की मात्रा आधी हो गयी है. राशन कार्ड मे ग्रीटिंग कार्ड को काट दिया. ऐसा तमाचा मारा कि खूबसूरत ग्रीटिंग कार्डजी के कोमल कपोल रक्तिम हो गए.शुरु से ही राशन कार्ड इस ग्रीटिंग कार्ड की ओर गुर्राकर देख रहा था. जैसे ही मैं ग्रीटिंग कार्ड पढ़कर खुश हुआ, राशन कार्ड ने उसकी गर्दन दबाकर कहा- क्यों बे साले, ग्रीटिंग कार्ड के बच्चे, तू इस आदमी को सुखी करना चाहता है? जा, इसका गेहूँ आधा कर दिया गया. बाकी काला-बाज़ार से खरीदे या भूखा रहे.

बेचारा ग्रीटिंग कार्ड दीनता से मेरी ओर देख रहा है. मैं क्या करूँ? झूठों की रक्षा का ठेका मुझे थोड़े ही मिला है. जिन्हें मिला है उनके सामने हाथ जोड़ो. मेरे राशन कार्ड को तेरी झूठ बर्दाश्त नहीं हुई. इन हालात में सुख का झूठी आशा लेकर तू क्यों आया? ग्रीटिंग कार्ड राष्ट्रसंघ के शान्ति प्रस्तावों की तरह सुन्दर पर प्रभावहीन है. राशन कार्ड खुरदरा और बदसूरत है, पर इसमें अनाज है. मेरे लिए यही सत्य है. और इस रंगीन चिकनाहट में सत्यहीन औपचारिक शुभेच्छा है. ग्रीटिंग कार्ड सत्य होता अगर इसके साथ एक राशन कार्ड भी भेजा गया होता और लिखा होता- हम चाहते हैं कि तुम सुख प्राप्त करो. इस हेतु हम एक मरे हुए आदमी के नाम से जाली राशन कार्ड बनवाकर भेज रहे हैं. जब तक धाँधली चले सस्ता अनाज लेते जाना और सुखी रहना. पकड़े जाने पर हमारा नाम मत बताना. संकट के वक्त शुभचिंतक का नाम भूल जाना चाहिए.

मित्रों से तो मैं कहना चाहता हूँ कि ये कार्ड ने भेजें. शुभकामना इस देश में कारगर नहीं हो रही हैं. यहाँ गोरक्षा का जुलूस सात लाख का होता है और मनुष्य रक्षा का सिर्फ एक लाख का. दुनिया भर में शुभकामना बोझ हो गयी है. पोप की शुभकामना से एक बम कम नहीं गिरता. मित्रों की ही इच्छा से कोई सफल, सुखी और समृद्ध कैसे हो जाएगा? सफलता के महल का प्रवेश द्वार बंद है. इसमें पीछे के नाबदान से ही घुसा जा सकता है. जिन्हें घुसना है नाक पर रुमाल रखकर घुस जाते हैं. पास ही इत्र सने रुमालों के ठेले खड़े हैं. रुमाल खरीदो, नाक पर रखो और नाबदान में से घुस जाओ सफलता और सुख के महल में. एक आदमी खड़ा देख रहा है. कोई पूछता है- घुसते क्यों नहीं? वह कहता है- एक नाक होती तो घुस जाते. हमारा तो हर रोम एक नाक है. कहाँ-कहाँ रुमाल लपेटें.

एक डर भी है. सफलता, सुख और समृद्धि प्राप्त भी हो जाए, तो पता नहीं कितने लोग बुरा मान जाएँ. संकट में तो शत्रु भी मदद कर देते हैं. मित्रता की सच्ची परीक्षा संकट में नहीं, उत्कर्ष में होती है. जो मित्र के उत्कर्ष को बर्दाश्त कर सके, वही सच्चा मित्र होता है. संकट में तपी हुई मित्रता उत्कर्ष में खोटी निकलती मैंने देखी है. एक बेचारे की चार कविताएँ छप गईं, तो चार मित्र टूट गए. आठ छपने पर पूरे आठ टूट गये. दो कवि सम्मेलनों में जमने से एक स्थानीय कवि के कवि-मित्र रूठ गए. तीसरे कवि सम्मेलन में जब वह ‘हूट’ हुआ, तब जाकर मित्रता अपनी जगह लौटी.

ग्रीटिंग कार्डों पर अपना भरोसा नहीं. 20 सालों से इस देश को ग्रीटिंग कार्डों के सहारे चलाया गया है. अम्बार लग गए हैं. हर त्योहार पर देशवासियों को ग्रीटिंग कार्ड दिए जाते हैं- 15 अगस्त और 26 जनवरी पर, संसद के अधिवेशन पर, पार्टी के सम्मेलन पर. बढ़िया सुनहले रंगों के मीठे शब्दों के ग्रीटिंग्स- देशवासियों, बस इस साल तुम सुखी और समृद्ध हो जाओ. ग्रीटिंग कार्डों के ढेर लगे हैं, मगर राशन कार्ड छोटा होता जाता है.

Contestant List Of Big Boss 9 Is Out And The Names Will Excite & Shock You At The Same Time.

Contestant List Of Big Boss 9 Is Out And The Names Will Excite & Shock You At The Same Time.

Big Boss
As soon as the current season of Big Boss concludes, all we as audience do is wait for the next season! Come on, don't lie. We all wait for our 9-10 pm slot to get sorted and there hasn't been any show lately which entertains as much as Big Boss does (Special mentions for Sallu Bhai)! So hold your breath! The contestant list of Big Boss 9 is out and even though it's tentative, we can well estimate the level of awesomeness that this season of Big Boss would be offering to us. Have a look at the list and you might just start laughing out loudly. Here's why!

1. Shweta Prasad

 


Shweta Basu Prasad started her career as a child actress in Hindi films and television series and we all remember her as 'O paapad wale' girl from the film Makdee. Even though she was in news some time back for a sex scandal that was exposed, industry stood firmly and embraced Shweta back again! It would be refreshing to see Shweta on the telly screen after long. Way to go, girl!

2. Sana Saeed

Sana Saeed

Kuch Kuch Hota Hai's Anjali aka Sana tried her luck with her boy friend in the last season of Nach Balie but could not win big. We hope with Big Boss, she creates a new record for herself by winning big! We hope to see that much needed glam quotient in this season with Sana's entry.

3. Rahul Yadav

Rahul Yadav
Pic Courtesy | Indian Express
After all that 'resignation and firing' drama, Ex-Housing.com Founder will be a part of this season's Big boss! He also posted on Facebook about how excited he actually is about his participation in Big Boss 9! WE CAN'T WAIT TO SEE THIS DRAMA KING! Can we? :D

4. Rashmi Desai

Rashmi Desai
Pic Courtesy | Deccan Chronicle
She came, she won hearts of the Indian audience as Tappu in Uttaran. Later on Rashmi tried her luck with reality shows like Jhalak Dikhlaja and Nach Baliye but again she could not make the much-needed mark! Rashmi is definitely a fun person off-screen and it would definitely be super-exciting to see her in Big Boss!

5. Asha Negi

Asha Negi
Pic Courtesy | Times Of India
Known for her role of Purvi Kirloskar in Ekta Kapoor's Pavitra Rishta, Asha Negi also went on to win Nach Baliye 6 along with her partner Rithvik Dhanjani. After seeing her past records with Reality Shows, other contestants should definitely take it as a warning!

6. VJ Bani

VJ Bani
Pic Courtesy | MTV India
Gurbani Judge AKA MTV's VJ Bani made it super-big after winning a season of Roadies. Her love for Tattoos and the way she carries herself is why audience love her! VJ Bani would definitely be a delight to watch because her 'no filter' policy while speaking and pouring her heart out has gone really well with the audiences.

7. Radhe Maa

Radhe Maa
Pic Courtesy | Google 
She is pure and pious. Enough said already? *Smirks*

We must have to tell you all that these are just rumored detail about it so there is not any official statement about it.

And if you're worried if Salman Bhai would be a part of this season, time to say a goodbye to all your worries! According to sources, Salman Khan will host this season too. How excited are we?Comment Below For Sure....!

Salman Khan

Friday, 21 August 2015

Salman Khan All Set To Host Bigg Boss – Season 9

Here is a good news for all Salman Khan & Bigg Boss fans! The 49 year old actor will return as the host for ‘Bigg Boss’ Season 9. Moreover, if gossip mongers are to be believed, Salman Khan has been paid double the amount he used to get in the previous season.
Salman Khan in a still from Bigg Boss 8
Salman Khan in a still from Bigg Boss 8
Salman Khan has been associated with Bigg Boss since 2010, which has helped the reality show to gain good TRPs in the recent years. After his exit in Season 8′s later episodes, its extended version ‘Halla Bol’ was hosted by Choreographer – Director Farah Khan.
The producers of the show quoted to a leading portal, that, “The modalities are fast being worked out. We will start the show as per Salman’s availability of dates.”
Show Produces have thrashed the news of taking Akshay Kumar or Ranveer Singh as the replacement of Salman Khan.
Salman Khan is currently busy shooting ‘Prem Ratan Dhan Payo‘ which is directed by Sooraj Barjatya.

Thursday, 6 August 2015

Dr. Kumar Vishwash New Full Poem in Hindi | जिसकी धुन पर दुनिया नाचे !

जिसकी धुन पर दुनिया नाचे, दिल ऐसा इकतारा है,
जो हमको भी प्यारा है और, जो तुमको भी प्यारा है.
झूम रही है सारी दुनिया, जबकि हमारे गीतों पर,
तब कहती हो प्यार हुआ है, क्या अहसान तुम्हारा है.

जो धरती से अम्बर जोड़े , उसका नाम मोहब्बत है ,
जो शीशे से पत्थर तोड़े , उसका नाम मोहब्बत है ,
कतरा कतरा सागर तक तो ,जाती है हर उम्र मगर ,
बहता दरिया वापस मोड़े , उसका नाम मोहब्बत है .
पनाहों में जो आया हो, तो उस पर वार क्या करना ?
जो दिल हारा हुआ हो, उस पे फिर अधिकार क्या करना ?
मुहब्बत का मज़ा तो डूबने की कशमकश में हैं,
जो हो मालूम गहराई, तो दरिया पार क्या करना ?

बस्ती बस्ती घोर उदासी पर्वत पर्वत खालीपन,
मन हीरा बेमोल बिक गया घिस घिस रीता तनचंदन,
इस धरती से उस अम्बर तक दो ही चीज़ गज़ब की है,
एक तो तेरा भोलापन है एक मेरा दीवानापन.

तुम्हारे पास हूँ लेकिन जो दूरी है समझता हूँ,
तुम्हारे बिन मेरी हस्ती अधूरी है समझता हूँ,
तुम्हे मै भूल जाऊँगा ये मुमकिन है नही लेकिन,
तुम्ही को भूलना सबसे ज़रूरी है समझता हूँ

बहुत बिखरा बहुत टूटा थपेड़े सह नहीं पाया,
हवाओं के इशारों पर मगर मैं बह नहीं पाया,
अधूरा अनसुना ही रह गया यूं प्यार का किस्सा,
कभी तुम सुन नहीं पायी, कभी मैं कह नहीं पाया

Friday, 31 July 2015

Love Poems for Her in Hindi.

Iss say pehlay kay…
waqat ka karwaan guzar jaey
tum apnay jazboon ki
sachaiyaan meray naam kar do.

Iss say pehlay kay…
sannata tanhaii kay zehr mein dhalnay lagay
tum apni mohabbat ka
jam-e-amrit meray naam kar do.

Iss say pehlay kay…
zindagi ki sham dhal jaey
tum apnay jewan ki
koii naii subha meray naam kar do.

Iss say pehlay kay…
yeh lamhay,yeh gharriyaan
taqdir kay hathoon guum ho jaein
tum mera ek kaam kar do
apnay dil ki dharrkan meray naam kar do…

Thursday, 30 July 2015

नर हो, न निराश करो मन को - मैथिलीशरण गुप्त (Famous Inspiration Poems in Hindi)

नर हो, न निराश करो मन को / मैथिलीशरण गुप्त !

कुछ काम करो, कुछ काम करो
जग में रह कर कुछ नाम करो
यह जन्म हुआ किस अर्थ अहो
समझो जिसमें यह व्यर्थ न हो
कुछ तो उपयुक्त करो तन को
नर हो, न निराश करो मन को।

संभलो कि सुयोग न जाय चला
कब व्यर्थ हुआ सदुपाय भला
समझो जग को न निरा सपना
पथ आप प्रशस्त करो अपना
अखिलेश्वर है अवलंबन को
नर हो, न निराश करो मन को।


जब प्राप्त तुम्हें सब तत्त्व यहाँ
फिर जा सकता वह सत्त्व कहाँ
तुम स्वत्त्व सुधा रस पान करो
उठके अमरत्व विधान करो
दवरूप रहो भव कानन को
नर हो न निराश करो मन को।

निज गौरव का नित ज्ञान रहे
हम भी कुछ हैं यह ध्यान रहे
मरणोंत्‍तर गुंजित गान रहे
सब जाय अभी पर मान रहे
कुछ हो न तज़ो निज साधन को
नर हो, न निराश करो मन को।

प्रभु ने तुमको कर दान किए
सब वांछित वस्तु विधान किए
तुम प्राप्‍त करो उनको न अहो
फिर है यह किसका दोष कहो
समझो न अलभ्य किसी धन को
नर हो, न निराश करो मन को।

किस गौरव के तुम योग्य नहीं
कब कौन तुम्हें सुख भोग्य नहीं
जान हो तुम भी जगदीश्वर के
सब है जिसके अपने घर के
फिर दुर्लभ क्या उसके जन को
नर हो, न निराश करो मन को।

करके विधि वाद न खेद करो
निज लक्ष्य निरन्तर भेद करो
बनता बस उद्‌यम ही विधि है
मिलती जिससे सुख की निधि है
समझो धिक् निष्क्रिय जीवन को
नर हो, न निराश करो मन को
कुछ काम करो, कुछ काम कर

Tuesday, 28 July 2015

मैं तो झोंका हूँ हवा का उड़ा ले जाऊँगा | डा० कुमार विश्वास (युवा दिलों की धड़कन)

मैं तो झोंका हूँ हवा का उड़ा ले जाऊँगा
जागती रहना तुझे तुझसे चुरा ले जाऊँगा

हो के कदमों पे निछावर फूल ने बुत से कहा
ख़ाक में मिल के भी मैं खुश्बू बचा ले जाऊँगा

कौन सी शै मुझको पहुँचाएगी तेरे शहर तक
ये पता तो तब चलेगा जब पता ले जाऊँगा

कोशिशें मुझको मिटाने की भले हों कामयाब
मिटते-मिटते भी मैं मिटने का मजा ले जाऊँगा

शोहरतें जिनकी वजह से दोस्त दुश्मन हो गये
सब यह रह जायेंगी मैं साथ क्या ले जाऊँगा 
                                              ~ डा० कुमार विश्वास (युवा दिलों की धड़कन)

New Poems Of Dr. Kumar Vishwash in Hindi.

Pyar jab jism ki cheekho mein dafan ho jaye
odni is taraf uljhe ki kafan ho jaye
ghar ke aisas jab bazar ki sharto mein dhale
ajnabi log jab hamrah ban ke sath chale
labon se asman tak sabki dua chubh jaye
bheed ka sor jab kano ke pass ruk jaye
sitam ki mari hui waqt ki in ankhin mein
nami ho lakh magar fir bhi muskurayeinge
andhere waqt mein bhi geet gayenge

Log kehte rahein is raat ki subah hi nahi
keh de suraj ki rosni ka tajurba hi nahi
wo ladaye ko bhale aar par le jayen
loha le jaye wo lohe ki dhar le jaye
jiski chaukhat se taraju tak ho unpar girwi
us adalt mein hamein bar bar le jaye
hum agar gunguna bhi denge to wo sab ke sab
humko kagaz se hara kar bhi har jayenge
andhere waqt mein bhi geet gayen jayenge.

Monday, 27 July 2015

Koi Deewana Kahta Hai Full Download PDF

How Many Dr. Kumar Vishwash Fan Online !We have a gift for you all !

Read Full 14 Pages Best Poem by Kumar Vishwash Named Koi Deewana Kahta Hai in PDF Format You can Download it and share it with anyone.

Click here to see/download PDF ---> https://goo.gl/wbXt8w

डा. ए पी जे अब्दुल कलाम जी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि ! आप अमर है.

  1. अर्श से फ़र्श तक का सफ़र तय करने वाले हमारे प्रेरणा श्रोत डॉ कलाम आज अपने 121 करोड़ बच्चो से दूर हो गये !
  2. "DONT DECLARE HOLIDAY ON MY DEATH, INSTEAD WORK AN EXTRA DAY, IF U LOVE ME"- DR. APJ ABDUL KALAAM.
  3. एक आदमी जिसने शादी तो नही की पर थे 121 करोड़ के अभिवावक ! RIP APJ Abdul Kalaam sir. now its our turn to fulfill your dream of develop india.

Collection of 10 New Poems By Dr Kumar Vishwash 2015.

http://lovesms-in-hindi.blogspot.com/2015/07/LatestKumarVIshwash2015.html
All Kumar Vishwas Poems/Shayari Collection ~
Jaha Par Khtam Hoti Thi Meri Khawaish Ki Jid Kal Tak,
Usi Ek Mod Tak Khud Ke Safar Ko Mood Rakha Hai,
Kitab-E-Jindagi Yu Padh Rahi Hai Aaj Kal Duniya,
Tumhare Naam Ko Ab Bhi Wark Chod Rakha Hai…
Dr. Kumar Vishwas Poems
Falak Pe Bhor Ke Dulhan Yu Saj Ke Aayi Hai,
Ye Din Ugha Hai Ya Suraj Ke Ghar Sagayi Hai,
Abhi Bhi Aate Hai Aansu Meri Kahani Mein,
Kalam Mein Shukar-E-Ada Ki Roshanayi Hai.
Dr. Kumar Vishwas Poems
Hame Malum Hai Do Dil Judai Seh Nahi Sakte,
Magar Rasme Wafa Ye Hai Ki Ye Bhi Keh Nahi Sakte,
Jara Kuch Dair Tum Unn Sahilo Ki Chik Sun Bhar Lo,
Jo Lehro Mein To Dube Hai Magar Sang Beh Nahi Sakte.
Dr. Kumar Vishwas Poems
Ye Dil Barbaad Karke Su Mein Kyun Abaad Rehte Ho,
Koi Kal Keh Raha Tha Tum Allahabad Rehte Ho…
Ye Kaisi Shohratein Mujhko Ata Kar Di Mere Maula,
Main Sabh Kuch Bhool Jaata Hoon Magar Tum Yaad Rehte Ho…
Dr. Kumar Vishwas Poems
Panahon Mein Jo Aaya Ho To Us Par Vaar Kya Karna,
Jo Dil Hara Hua Ho Us Pe Fir Adhikaar Kya Karna…
Mohabbat Ka Maza To Doobne Ki Kashmakash Mein Hai,
Jo Ho Maloom Gehrayi To Dariya Paar Kya Karna…
Dr. Kumar Vishwas Poems
Hamare Sher Sun Kar Bhi Jo Khamosh Itna Hai,
Khuda Jaane Guroor-e-Husn Mein Madhosh Kitna Hai…
Kisi Pyale Se Poocha Hai Suraahi Main Sabab Mein Ka,
Jo Khud Behosh Ho Wo Kya Bataye Ke Hosh Kitna Hai…..
Dr. Kumar Vishwas Poems
Wo Jiska Teer Chupke Se Jigar Ke Paar Hota Hai,
Wo Koi Gair Kya Apna Hi Rishtedaar Hota Hai…
Kise Se Apne Dil Ki Baat Tu Kehna Na Bhoole Se,
Yahan Khat Bhi Thodi Der Se Akhbaar Hota Hai….
Dr. Kumar Vishwas Poems
Jab Aata Hai Jeevan Mein Halaaton Ka Hungama,
Jazbaton, Mulakaton, Haseen Baaton Ka Hungama…
Jawani Ke Qayamat Daur Mein Ye Soch Te Hain Sabh,
Ye Hungame Ki Raatein Hain Ya Raaton Ka Hungama……
Dr. Kumar Vishwas Poems
Na Paane Ki Khushi Hai Kuch Na Khone Ka Hi Kuch Gam Hai….
Ye Daulat Aur Shohrat Sirf Kuch Zakhmo Ka Marham Hai…
Ajab Si Kashmakash Hai Roz Jeene, Roz Marne Me….
Mukkammal Zindagi To Hai Magar Poori Se Kuch Kam Hai….
Dr. Kumar Vishwas Poems
Koi Khamosh Hai Itna, Bahane Bhool Aaya Hoon…
Kisi Ki Ik Taranum Mein Taraane Bhool Aaya Hoon….
Meri Ab Raah Mat Takna Kabhi e Aasmaan Walo….
Main Ik Chidiya Ki Aankhon Mein Udaane Bhool Aaya Hoon….
Dr. Kumar Vishwas Poems

Sunday, 26 July 2015

जिसकी धुन पर दुनिया नाचे - Latest Poem by Kumar Vishwas (युवा दिलों की धड़कन)

जिसकी धुन पर दुनिया नाचे - Poem by Kumar Vishwas

जिसकी धुन पर दुनिया नाचे, दिल ऐसा इकतारा है,
जो हमको भी प्यारा है और, जो तुमको भी प्यारा है.
झूम रही है सारी दुनिया, जबकि हमारे गीतों पर,
तब कहती हो प्यार हुआ है, क्या अहसान तुम्हारा है.

जो धरती से अम्बर जोड़े , उसका नाम मोहब्बत है ,
जो शीशे से पत्थर तोड़े , उसका नाम मोहब्बत है ,
कतरा कतरा सागर तक तो ,जाती है हर उम्र मगर ,
बहता दरिया वापस मोड़े , उसका नाम मोहब्बत है .

पनाहों में जो आया हो, तो उस पर वार क्या करना ?
जो दिल हारा हुआ हो, उस पे फिर अधिकार क्या करना ?
मुहब्बत का मज़ा तो डूबने की कशमकश में हैं,
जो हो मालूम गहराई, तो दरिया पार क्या करना ?

बस्ती बस्ती घोर उदासी पर्वत पर्वत खालीपन,
मन हीरा बेमोल बिक गया घिस घिस रीता तनचंदन,
इस धरती से उस अम्बर तक दो ही चीज़ गज़ब की है,
एक तो तेरा भोलापन है एक मेरा दीवानापन.

तुम्हारे पास हूँ लेकिन जो दूरी है समझता हूँ,
तुम्हारे बिन मेरी हस्ती अधूरी है समझता हूँ,
तुम्हे मै भूल जाऊँगा ये मुमकिन है नही लेकिन,
तुम्ही को भूलना सबसे ज़रूरी है समझता हूँ

बहुत बिखरा बहुत टूटा थपेड़े सह नहीं पाया,
हवाओं के इशारों पर मगर मैं बह नहीं पाया,
अधूरा अनसुना ही रह गया यूं प्यार का किस्सा,
कभी तुम सुन नहीं पायी, कभी मैं कह नहीं पाया 
                         ~ डा० कुमार विश्वास (युवा दिलों की धड़कन)

Top 10 Quotes Whatsapp Status in Hindi !

  1. एक कड़वा सच:-
    अनाथाश्रम में बच्चे गरीबों के मिलते है और वृद्धाश्रम में बुज़ुर्ग अमीरों के मिलते है..!!
  2. आँसू निकल पड़े खवाब मैं उसे दूर जाता देख कर आँख खुली तो एहसास हुवा इश्क सोते हुवे भी रुलाता है..!!
  3. आज भी प्यारी है मुझे तेरी हर निशानी फिर चाहे वो दिल का दर्द हो या आँखो का पानी..!!
  4. दुनिया का सबसे कीमती प्रवाही आँसू है जिसमेँ 1%पानी और 99% भावनाए होती है..!!
  5. इतना कीमती ना कर तू खुद को हम गरीब लोग है, महंगी चीजों को छोड़ देते है..!!
  6. यह मंदिर-मस्ज़िद भी क्या गजब की जगह है दोस्तो जंहा गरीब बाहर और अमीर अंदर 'भीख' मांगता है..!!
  7. जरुरी तो नहीं हर चाहत का मतलब इश्क हो कभी कभी कुछ अनजान रिश्तों के लिए भी दिल बेचैन हो जाता है..!!
  8. तेरी चाहत तो मुक्कदर है मिले ना मिले दिल को सुकुन जरुर मिलता है तुझे अपना सोचकर..!!
  9. आज बारिस भी तेरे दर्द जैसी है हल्की हल्की पर होते जा रही है..!!
  10.  कमा के इतनी दोलत भी मैं अपनी "माँ" को दे ना पाया के जितने सिक्कों से "माँ" मेरी नज़र उतारा कर फेक दिया करती थी..!!

है अँधेरी रात पर दीवा जलाना कब मना है? - हरिवंशराय बच्चन

है अँधेरी रात पर दीवा जलाना कब मना है?  - हरिवंशराय बच्चन

कल्पना के हाथ से कमनीय जो मंदिर बना था
भावना के हाथ ने जिसमें वितानों को तना था।

स्वप्न ने अपने करों से था जिसे रुचि से सँवारा
स्वर्ग के दुष्प्राप्य रंगों से, रसों से जो सना था
ढह गया वह तो जुटाकर ईंट, पत्थर, कंकड़ों को
एक अपनी शांति की कुटिया बनाना कब मना है
है अँधेरी रात पर दीवा जलाना कब मना है।



बादलों के अश्रु से धोया गया नभ-नील नीलम
का बनाया था गया मधुपात्र मनमोहक, मनोरम
प्रथम ऊषा की किरण की लालिमा-सी लाल मदिरा
थी उसी में चमचमाती नव घनों में चंचला सम
वह अगर टूटा मिलाकर हाथ की दोनों हथेली
एक निर्मल स्रोत से तृष्णा बुझाना कब मना है
है अँधेरी रात पर दीवा जलाना कब मना है।

क्या घड़ी थी, एक भी चिंता नहीं थी पास आई
कालिमा तो दूर, छाया भी पलक पर थी न छाई
आँख से मस्ती झपकती, बात से मस्ती टपकती
थी हँसी ऐसी जिसे सुन बादलों ने शर्म खाई
वह गई तो ले गई उल्लास के आधार, माना
पर अथिरता पर समय की मुसकराना कब मना है
है अँधेरी रात पर दीवा जलाना कब मना है।

हाय, वे उन्माद के झोंके कि जिनमें राग जागा
वैभवों से फेर आँखें गान का वरदान माँगा
एक अंतर से ध्वनित हों दूसरे में जो निरंतर
भर दिया अंबर-अवनि को मत्तता के गीत गा-गा
अंत उनका हो गया तो मन बहलने के लिए ही
ले अधूरी पंक्ति कोई गुनगुनाना कब मना है
है अँधेरी रात पर दीवा जलाना कब मना है।

हाय, वे साथी कि चुंबक लौह-से जो पास आए
पास क्या आए, हृदय के बीच ही गोया समाए
दिन कटे ऐसे कि कोई तार वीणा के मिलाकर
एक मीठा और प्यारा ज़िन्दगी का गीत गाए
वे गए तो सोचकर यह लौटने वाले नहीं वे
खोज मन का मीत कोई लौ लगाना कब मना है
है अँधेरी रात पर दीवा जलाना कब मना है।

क्या हवाएँ थीं कि उजड़ा प्यार का वह आशियाना
कुछ न आया काम तेरा शोर करना, गुल मचाना
नाश की उन शक्तियों के साथ चलता ज़ोर किसका
किंतु ऐ निर्माण के प्रतिनिधि, तुझे होगा बताना
जो बसे हैं वे उजड़ते हैं प्रकृति के जड़ नियम से
पर किसी उजड़े हुए को फिर बसाना कब मना है
है अँधेरी रात पर दीवा जलाना कब मना है।