Friday, 31 July 2015

Love Poems for Her in Hindi.

Iss say pehlay kay…
waqat ka karwaan guzar jaey
tum apnay jazboon ki
sachaiyaan meray naam kar do.

Iss say pehlay kay…
sannata tanhaii kay zehr mein dhalnay lagay
tum apni mohabbat ka
jam-e-amrit meray naam kar do.

Iss say pehlay kay…
zindagi ki sham dhal jaey
tum apnay jewan ki
koii naii subha meray naam kar do.

Iss say pehlay kay…
yeh lamhay,yeh gharriyaan
taqdir kay hathoon guum ho jaein
tum mera ek kaam kar do
apnay dil ki dharrkan meray naam kar do…

Thursday, 30 July 2015

नर हो, न निराश करो मन को - मैथिलीशरण गुप्त (Famous Inspiration Poems in Hindi)

नर हो, न निराश करो मन को / मैथिलीशरण गुप्त !

कुछ काम करो, कुछ काम करो
जग में रह कर कुछ नाम करो
यह जन्म हुआ किस अर्थ अहो
समझो जिसमें यह व्यर्थ न हो
कुछ तो उपयुक्त करो तन को
नर हो, न निराश करो मन को।

संभलो कि सुयोग न जाय चला
कब व्यर्थ हुआ सदुपाय भला
समझो जग को न निरा सपना
पथ आप प्रशस्त करो अपना
अखिलेश्वर है अवलंबन को
नर हो, न निराश करो मन को।


जब प्राप्त तुम्हें सब तत्त्व यहाँ
फिर जा सकता वह सत्त्व कहाँ
तुम स्वत्त्व सुधा रस पान करो
उठके अमरत्व विधान करो
दवरूप रहो भव कानन को
नर हो न निराश करो मन को।

निज गौरव का नित ज्ञान रहे
हम भी कुछ हैं यह ध्यान रहे
मरणोंत्‍तर गुंजित गान रहे
सब जाय अभी पर मान रहे
कुछ हो न तज़ो निज साधन को
नर हो, न निराश करो मन को।

प्रभु ने तुमको कर दान किए
सब वांछित वस्तु विधान किए
तुम प्राप्‍त करो उनको न अहो
फिर है यह किसका दोष कहो
समझो न अलभ्य किसी धन को
नर हो, न निराश करो मन को।

किस गौरव के तुम योग्य नहीं
कब कौन तुम्हें सुख भोग्य नहीं
जान हो तुम भी जगदीश्वर के
सब है जिसके अपने घर के
फिर दुर्लभ क्या उसके जन को
नर हो, न निराश करो मन को।

करके विधि वाद न खेद करो
निज लक्ष्य निरन्तर भेद करो
बनता बस उद्‌यम ही विधि है
मिलती जिससे सुख की निधि है
समझो धिक् निष्क्रिय जीवन को
नर हो, न निराश करो मन को
कुछ काम करो, कुछ काम कर

Tuesday, 28 July 2015

मैं तो झोंका हूँ हवा का उड़ा ले जाऊँगा | डा० कुमार विश्वास (युवा दिलों की धड़कन)

मैं तो झोंका हूँ हवा का उड़ा ले जाऊँगा
जागती रहना तुझे तुझसे चुरा ले जाऊँगा

हो के कदमों पे निछावर फूल ने बुत से कहा
ख़ाक में मिल के भी मैं खुश्बू बचा ले जाऊँगा

कौन सी शै मुझको पहुँचाएगी तेरे शहर तक
ये पता तो तब चलेगा जब पता ले जाऊँगा

कोशिशें मुझको मिटाने की भले हों कामयाब
मिटते-मिटते भी मैं मिटने का मजा ले जाऊँगा

शोहरतें जिनकी वजह से दोस्त दुश्मन हो गये
सब यह रह जायेंगी मैं साथ क्या ले जाऊँगा 
                                              ~ डा० कुमार विश्वास (युवा दिलों की धड़कन)

New Poems Of Dr. Kumar Vishwash in Hindi.

Pyar jab jism ki cheekho mein dafan ho jaye
odni is taraf uljhe ki kafan ho jaye
ghar ke aisas jab bazar ki sharto mein dhale
ajnabi log jab hamrah ban ke sath chale
labon se asman tak sabki dua chubh jaye
bheed ka sor jab kano ke pass ruk jaye
sitam ki mari hui waqt ki in ankhin mein
nami ho lakh magar fir bhi muskurayeinge
andhere waqt mein bhi geet gayenge

Log kehte rahein is raat ki subah hi nahi
keh de suraj ki rosni ka tajurba hi nahi
wo ladaye ko bhale aar par le jayen
loha le jaye wo lohe ki dhar le jaye
jiski chaukhat se taraju tak ho unpar girwi
us adalt mein hamein bar bar le jaye
hum agar gunguna bhi denge to wo sab ke sab
humko kagaz se hara kar bhi har jayenge
andhere waqt mein bhi geet gayen jayenge.

Monday, 27 July 2015

Koi Deewana Kahta Hai Full Download PDF

How Many Dr. Kumar Vishwash Fan Online !We have a gift for you all !

Read Full 14 Pages Best Poem by Kumar Vishwash Named Koi Deewana Kahta Hai in PDF Format You can Download it and share it with anyone.

Click here to see/download PDF ---> https://goo.gl/wbXt8w

डा. ए पी जे अब्दुल कलाम जी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि ! आप अमर है.

  1. अर्श से फ़र्श तक का सफ़र तय करने वाले हमारे प्रेरणा श्रोत डॉ कलाम आज अपने 121 करोड़ बच्चो से दूर हो गये !
  2. "DONT DECLARE HOLIDAY ON MY DEATH, INSTEAD WORK AN EXTRA DAY, IF U LOVE ME"- DR. APJ ABDUL KALAAM.
  3. एक आदमी जिसने शादी तो नही की पर थे 121 करोड़ के अभिवावक ! RIP APJ Abdul Kalaam sir. now its our turn to fulfill your dream of develop india.

Collection of 10 New Poems By Dr Kumar Vishwash 2015.

http://lovesms-in-hindi.blogspot.com/2015/07/LatestKumarVIshwash2015.html
All Kumar Vishwas Poems/Shayari Collection ~
Jaha Par Khtam Hoti Thi Meri Khawaish Ki Jid Kal Tak,
Usi Ek Mod Tak Khud Ke Safar Ko Mood Rakha Hai,
Kitab-E-Jindagi Yu Padh Rahi Hai Aaj Kal Duniya,
Tumhare Naam Ko Ab Bhi Wark Chod Rakha Hai…
Dr. Kumar Vishwas Poems
Falak Pe Bhor Ke Dulhan Yu Saj Ke Aayi Hai,
Ye Din Ugha Hai Ya Suraj Ke Ghar Sagayi Hai,
Abhi Bhi Aate Hai Aansu Meri Kahani Mein,
Kalam Mein Shukar-E-Ada Ki Roshanayi Hai.
Dr. Kumar Vishwas Poems
Hame Malum Hai Do Dil Judai Seh Nahi Sakte,
Magar Rasme Wafa Ye Hai Ki Ye Bhi Keh Nahi Sakte,
Jara Kuch Dair Tum Unn Sahilo Ki Chik Sun Bhar Lo,
Jo Lehro Mein To Dube Hai Magar Sang Beh Nahi Sakte.
Dr. Kumar Vishwas Poems
Ye Dil Barbaad Karke Su Mein Kyun Abaad Rehte Ho,
Koi Kal Keh Raha Tha Tum Allahabad Rehte Ho…
Ye Kaisi Shohratein Mujhko Ata Kar Di Mere Maula,
Main Sabh Kuch Bhool Jaata Hoon Magar Tum Yaad Rehte Ho…
Dr. Kumar Vishwas Poems
Panahon Mein Jo Aaya Ho To Us Par Vaar Kya Karna,
Jo Dil Hara Hua Ho Us Pe Fir Adhikaar Kya Karna…
Mohabbat Ka Maza To Doobne Ki Kashmakash Mein Hai,
Jo Ho Maloom Gehrayi To Dariya Paar Kya Karna…
Dr. Kumar Vishwas Poems
Hamare Sher Sun Kar Bhi Jo Khamosh Itna Hai,
Khuda Jaane Guroor-e-Husn Mein Madhosh Kitna Hai…
Kisi Pyale Se Poocha Hai Suraahi Main Sabab Mein Ka,
Jo Khud Behosh Ho Wo Kya Bataye Ke Hosh Kitna Hai…..
Dr. Kumar Vishwas Poems
Wo Jiska Teer Chupke Se Jigar Ke Paar Hota Hai,
Wo Koi Gair Kya Apna Hi Rishtedaar Hota Hai…
Kise Se Apne Dil Ki Baat Tu Kehna Na Bhoole Se,
Yahan Khat Bhi Thodi Der Se Akhbaar Hota Hai….
Dr. Kumar Vishwas Poems
Jab Aata Hai Jeevan Mein Halaaton Ka Hungama,
Jazbaton, Mulakaton, Haseen Baaton Ka Hungama…
Jawani Ke Qayamat Daur Mein Ye Soch Te Hain Sabh,
Ye Hungame Ki Raatein Hain Ya Raaton Ka Hungama……
Dr. Kumar Vishwas Poems
Na Paane Ki Khushi Hai Kuch Na Khone Ka Hi Kuch Gam Hai….
Ye Daulat Aur Shohrat Sirf Kuch Zakhmo Ka Marham Hai…
Ajab Si Kashmakash Hai Roz Jeene, Roz Marne Me….
Mukkammal Zindagi To Hai Magar Poori Se Kuch Kam Hai….
Dr. Kumar Vishwas Poems
Koi Khamosh Hai Itna, Bahane Bhool Aaya Hoon…
Kisi Ki Ik Taranum Mein Taraane Bhool Aaya Hoon….
Meri Ab Raah Mat Takna Kabhi e Aasmaan Walo….
Main Ik Chidiya Ki Aankhon Mein Udaane Bhool Aaya Hoon….
Dr. Kumar Vishwas Poems

Sunday, 26 July 2015

जिसकी धुन पर दुनिया नाचे - Latest Poem by Kumar Vishwas (युवा दिलों की धड़कन)

जिसकी धुन पर दुनिया नाचे - Poem by Kumar Vishwas

जिसकी धुन पर दुनिया नाचे, दिल ऐसा इकतारा है,
जो हमको भी प्यारा है और, जो तुमको भी प्यारा है.
झूम रही है सारी दुनिया, जबकि हमारे गीतों पर,
तब कहती हो प्यार हुआ है, क्या अहसान तुम्हारा है.

जो धरती से अम्बर जोड़े , उसका नाम मोहब्बत है ,
जो शीशे से पत्थर तोड़े , उसका नाम मोहब्बत है ,
कतरा कतरा सागर तक तो ,जाती है हर उम्र मगर ,
बहता दरिया वापस मोड़े , उसका नाम मोहब्बत है .

पनाहों में जो आया हो, तो उस पर वार क्या करना ?
जो दिल हारा हुआ हो, उस पे फिर अधिकार क्या करना ?
मुहब्बत का मज़ा तो डूबने की कशमकश में हैं,
जो हो मालूम गहराई, तो दरिया पार क्या करना ?

बस्ती बस्ती घोर उदासी पर्वत पर्वत खालीपन,
मन हीरा बेमोल बिक गया घिस घिस रीता तनचंदन,
इस धरती से उस अम्बर तक दो ही चीज़ गज़ब की है,
एक तो तेरा भोलापन है एक मेरा दीवानापन.

तुम्हारे पास हूँ लेकिन जो दूरी है समझता हूँ,
तुम्हारे बिन मेरी हस्ती अधूरी है समझता हूँ,
तुम्हे मै भूल जाऊँगा ये मुमकिन है नही लेकिन,
तुम्ही को भूलना सबसे ज़रूरी है समझता हूँ

बहुत बिखरा बहुत टूटा थपेड़े सह नहीं पाया,
हवाओं के इशारों पर मगर मैं बह नहीं पाया,
अधूरा अनसुना ही रह गया यूं प्यार का किस्सा,
कभी तुम सुन नहीं पायी, कभी मैं कह नहीं पाया 
                         ~ डा० कुमार विश्वास (युवा दिलों की धड़कन)

Top 10 Quotes Whatsapp Status in Hindi !

  1. एक कड़वा सच:-
    अनाथाश्रम में बच्चे गरीबों के मिलते है और वृद्धाश्रम में बुज़ुर्ग अमीरों के मिलते है..!!
  2. आँसू निकल पड़े खवाब मैं उसे दूर जाता देख कर आँख खुली तो एहसास हुवा इश्क सोते हुवे भी रुलाता है..!!
  3. आज भी प्यारी है मुझे तेरी हर निशानी फिर चाहे वो दिल का दर्द हो या आँखो का पानी..!!
  4. दुनिया का सबसे कीमती प्रवाही आँसू है जिसमेँ 1%पानी और 99% भावनाए होती है..!!
  5. इतना कीमती ना कर तू खुद को हम गरीब लोग है, महंगी चीजों को छोड़ देते है..!!
  6. यह मंदिर-मस्ज़िद भी क्या गजब की जगह है दोस्तो जंहा गरीब बाहर और अमीर अंदर 'भीख' मांगता है..!!
  7. जरुरी तो नहीं हर चाहत का मतलब इश्क हो कभी कभी कुछ अनजान रिश्तों के लिए भी दिल बेचैन हो जाता है..!!
  8. तेरी चाहत तो मुक्कदर है मिले ना मिले दिल को सुकुन जरुर मिलता है तुझे अपना सोचकर..!!
  9. आज बारिस भी तेरे दर्द जैसी है हल्की हल्की पर होते जा रही है..!!
  10.  कमा के इतनी दोलत भी मैं अपनी "माँ" को दे ना पाया के जितने सिक्कों से "माँ" मेरी नज़र उतारा कर फेक दिया करती थी..!!

है अँधेरी रात पर दीवा जलाना कब मना है? - हरिवंशराय बच्चन

है अँधेरी रात पर दीवा जलाना कब मना है?  - हरिवंशराय बच्चन

कल्पना के हाथ से कमनीय जो मंदिर बना था
भावना के हाथ ने जिसमें वितानों को तना था।

स्वप्न ने अपने करों से था जिसे रुचि से सँवारा
स्वर्ग के दुष्प्राप्य रंगों से, रसों से जो सना था
ढह गया वह तो जुटाकर ईंट, पत्थर, कंकड़ों को
एक अपनी शांति की कुटिया बनाना कब मना है
है अँधेरी रात पर दीवा जलाना कब मना है।



बादलों के अश्रु से धोया गया नभ-नील नीलम
का बनाया था गया मधुपात्र मनमोहक, मनोरम
प्रथम ऊषा की किरण की लालिमा-सी लाल मदिरा
थी उसी में चमचमाती नव घनों में चंचला सम
वह अगर टूटा मिलाकर हाथ की दोनों हथेली
एक निर्मल स्रोत से तृष्णा बुझाना कब मना है
है अँधेरी रात पर दीवा जलाना कब मना है।

क्या घड़ी थी, एक भी चिंता नहीं थी पास आई
कालिमा तो दूर, छाया भी पलक पर थी न छाई
आँख से मस्ती झपकती, बात से मस्ती टपकती
थी हँसी ऐसी जिसे सुन बादलों ने शर्म खाई
वह गई तो ले गई उल्लास के आधार, माना
पर अथिरता पर समय की मुसकराना कब मना है
है अँधेरी रात पर दीवा जलाना कब मना है।

हाय, वे उन्माद के झोंके कि जिनमें राग जागा
वैभवों से फेर आँखें गान का वरदान माँगा
एक अंतर से ध्वनित हों दूसरे में जो निरंतर
भर दिया अंबर-अवनि को मत्तता के गीत गा-गा
अंत उनका हो गया तो मन बहलने के लिए ही
ले अधूरी पंक्ति कोई गुनगुनाना कब मना है
है अँधेरी रात पर दीवा जलाना कब मना है।

हाय, वे साथी कि चुंबक लौह-से जो पास आए
पास क्या आए, हृदय के बीच ही गोया समाए
दिन कटे ऐसे कि कोई तार वीणा के मिलाकर
एक मीठा और प्यारा ज़िन्दगी का गीत गाए
वे गए तो सोचकर यह लौटने वाले नहीं वे
खोज मन का मीत कोई लौ लगाना कब मना है
है अँधेरी रात पर दीवा जलाना कब मना है।

क्या हवाएँ थीं कि उजड़ा प्यार का वह आशियाना
कुछ न आया काम तेरा शोर करना, गुल मचाना
नाश की उन शक्तियों के साथ चलता ज़ोर किसका
किंतु ऐ निर्माण के प्रतिनिधि, तुझे होगा बताना
जो बसे हैं वे उजड़ते हैं प्रकृति के जड़ नियम से
पर किसी उजड़े हुए को फिर बसाना कब मना है
है अँधेरी रात पर दीवा जलाना कब मना है।

Top 10 Best Love Whatsapp Status in Hindi July/2015 | Two Lines Shayari

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  1. इतनी मोहब्बत भर देंगे मेरे अल्फाज हर पन्ने में...
    तेरा चेहरा हर शख्स को अल्फाजो में नजर आएगा... 
  2. आपको सिर्फ ठेला दिखता है,सड़क पर साहब ...
    हक़ीक़त में वो अपना पूरा घर खींचता है..  
  3. तुझे क्या देखा,,खुद को भूल गए हम इस कदर ..
    कि अपने ही घर आये,औरों से पता पूछकर... 
  4. तुझे क्या देखा,,खुद को भूल गए हम इस कदर ..
    कि अपने ही घर आये,औरों से पता पूछकर...  
  5. एक बार उन्होंने होंठों से पिला दी थी,
    अब भी कभी कभी उसका नसा हो जाता है... 
  6. बहुत रोका मगर कहाँ तक रोकता....!!!
    मोहब्बत बढ़ती ही गयी, तुम्हारे नखरों की तरह....!!!
  7. मत कर जिंदगी से मोहब्बत.. ये मौत से मिल कर तुझे छोड़ जायेगी..
  8. "मेरे दिल के करीब है वो शख़्श इतना..
    कि मालूम नही होता फर्क उसमें और मुझमें..
  9. " आज भी वो सोच के मुस्कुरा जाता हूँ…
    जब बचपन के किस्सों की यादों में घूम के आता हूँ…
  10. हाल तो पुंछ लू तेरा ...पर डरता हूँ आवाज़ से तेरी.......!!
    ज़ब ज़ब सुनी हैं .....कमबख्त मोहब्बत ही हुई हैं ....